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GADAL (Kahani) By Rangeya Raghav


48.00

‘गदल’ कहानी का केन्द्रीय तत्व है प्रेम, जो आत्मपीड़न, समर्पण और उत्सर्ग की चिरपरिचित युक्तियों के साथ कहानी में विकसित होता चलता है. लेकिन इस प्रेम की रंगत ‘उसने कहा था’ और ‘आकाशदीप’ सरीखी कहानियों से पूर्णतया भिन्न है. यह एक खास बड़बोलेपन के साथ प्रेम की उपर्युक्त तीनों विशिष्टताओं में अपने होने का अहसास कराता है.

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